करीब चार दिन पूर्व बाड़ी में फर्नीचर व्यापारी को चिट्ठी भेजकर 5 लाख रुपए की रंगदारी मांगने वाला कोई और नहीं बल्कि दुकान में ही काम करने वाले कारीगर ने कमीशन नहीं मिलने पर साथियों के साथ मिलकर रंगदारी की साचिश रच डाली. एसपी नारायण टोगस ने बताया कि 27 मई को अशोक कुमार मित्तल पुत्र वासदेव प्रसाद मित्तल निवासी अजीजपुरा रोड रेल्वे स्टेशन क्रोसिंग के पास बाड़ी ने पुलिस को रिपोर्ट दी थी कि 26 मई को रोजाना की तरह सुबह 7 बजे मेरे बेटे रवि ने दुकान की शटर खोली, जिसे खोलने पर एक कागज जमीन पर पड़ा हुआ मिला, जिसे मेरे बेटे रवि के द्वारा उठाया गया और पढ़ा गया और मुझे बताया गया तो मैंने भी उस चिट्ठी को पढ़ा, जिसमें लिखा था कि अगर तुमको अपने बेटे की जान बचानी है तो मुझे 5 लाख चाहिए. लास्ट डेट 27 मई को अगर रकम नहीं पहुंचाई तो उसके बाद में कुछ भी कर सकता हूं.
एसपी ने बताया कि व्यापारी ने मोबाइल से चिट्ठी का फोटो खींचकर उसे फाड़ दिया, जिसके बाद उसी दिन उसके पास फोन आया. जिसने पूछा कि सेठ बोल रहे हो. आपको मेरी चिट्ठी मिली या नहीं, इस पर व्यापारी ने उसे मना कर दिया तो वह बोला कि पांच लाख रुपये तैयार कर लो, नहीं दिए तो परिणाम बुरे होंगे, जिसके बाद पीड़ित व्यापारी ने मामला दर्ज करवाया था.
एसपी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना बाड़ी और साइबर सेल की गठित विशेष टीमों द्वारा कर संदिग्ध मोबाइल धारक का नाम पता व लॉकेशन प्राप्त की गई. गहन जांच पड़ताल के बाद आरोपी जावेद खा पुत्र राज मौहम्मद निवासी ताकिया चौक नयावास गुम्मट बाडी व इकरार खान उर्फ डल्ला पुत्र निसार खान निवासी पुरानी सराय पुराना शहर धौलपुर एवं तौसिव खाँ पुत्र यूसुफ खान निवासी छोटा किला गुम्मट बाड़ी को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है. एसपी ने बताया कि घटना में प्रयुक्त मोबाइल का बिल, टूटा मोबाइल, टूटी सिम को बरामद किए गए हैं. आरोपियों से पूछताछ व अनुसंधान कराया जा रहा है.