अखिल भारतीय भ्रष्टाचार निवारण संघ ताजगंज आगरा के अध्यक्ष डॉ अर्चना सिंह ने मुख्यमंत्री को सौंपा पत्र
57 बीघा जमीन की कीमत 5 करोड़ रुपए लेकर विश्वविद्यालय खोलने की दी मंजूरी
राजस्थान सरकार पर उठ रहे कई सवाल फिर भी जांच में कलेक्टर के विरुद्ध कार्रवाई क्यों नहीं
राजस्थान
जिले के कलेक्टर राकेश जयसवाल द्वारा 5 करोड़ रुपए लेकर प्राइवेट संस्था को 57 बीघा जमीन मैं विश्वविद्यालय खोलने की मंजूरी दे दी गई है जो कि वह पांच 57 बीघा जमीन वन विभाग की है परंतु जिले का मुखिया होने के कारण जमीन में हेराफेरी करके 5 करोड़ रुपए लेकर जेब गर्म कर ली है अखिल भारतीय भ्रष्टाचार निवारण संघ ताजगंज ताजगंज आगरा के अध्यक्ष डॉ अर्चना सिंह ने लिखित आवेदन मुख्यमंत्री महोदय को एक पत्र लिखा जिसमें उल्लेख किया गया है कि कलेक्टर राजेश जयसवाल ने ताज टेस्ट आगरा में विश्वविद्यालय खोलने के लिए जुहापुरा ग्राम के विशवनोदा तहसील धौलपुर मैं वन विभाग की 5 बीघा जमीन पर प्राइवेट संस्था 57 बीघा जमीन जोकि पांच करो रुपए की उस पर लेकर विश्वविद्यालय खोलने की मंजूरी दे दी है मुख्यमंत्री के द्वारा कलेक्टर को आदेश किया गया है प्रकरण को उजागर किया जाए परंतु कहावत वाली बातें हैं जिसकी लाठी उसकी भैंस जब जिले का कलेक्टर भ्रष्टाचार में लिप्त होकर वन विभाग की जमीन जहां पर वन विभाग द्वारा सेंचुरी लगाई गई थी वह सेंचरी नष्ट करवा कर संतान बीघा जमीन पर प्राइवेट संस्था कब विश्वविद्यालय खोलने के लिए निर्देश दिए गए हैं अब देखना यह है कि राजस्थान सरकार आखिर कलेक्टर राकेश जयसवाल पर क्या कार्रवाई करेगी