नगर परिषद ने नहीं कराया 2 सालों में सड़कों का निर्माण

EDITIOR - 7024404888


ब्यूरो चीफ कृष्ण कांत सोनी

सिलवानी/रायसेन(एमपी) करीब 2 साल 9 माह का प्रशासनिक कार्यकाल नगर के विकास के लिए बदनुमा साबित हो रहा है। 29 माहो में नगर में कोई भी विकास कार्य नही हो सका । हालांकि सिलवानी कस्बा नगर परिषद मुख्यालय होने के साथ ही पूर्व मंत्री, विधायक ठाकुर रामपाल सिंह राजपूत का विधानसभा मुख्यालय भी है इसके बावजूद भी नगर परिषद के जिम्मेदार नुमाइंदे नगर विकास को लेकर लगातार लापरवाही करते हुए नजर आ रहे हैं।/नागरिको में नगर परिषद के तथा कथित क्रियाकलापों को लेकर असंतोश देखा जा रहा हैं लोगो का कहना है कि नगर परिषद के जिम्मेदार कमीशन का खेल खेल रहे हैं ।

 जनवरी 2020 में नगरीय निकायो के अध्यक्षो का कार्यकाल समाप्त होने पर प्रदेश सरकार के द्वारा निकायो में अध्यक्ष के स्थान पर प्रशासनिक अधिकारियो को प्रशासक बना कर अध्यक्ष के अधिकार दिए गए थे। सिलवानी नगर परिषद मे भी एसडीएम को प्रशासक बना कर अध्यक्षीय अधिकार दिए गए । हालांकि


प्रशासक से अधिक नगर परिषद में सीएमओ जिम्मेदार अधिकारी होता है लेकिन सीएमओं के द्वारा भी निर्माण कार्य में रुचि नही दिखाई जाकर सामग्री की


खरीदी पर फोकस किया जाता रहा। करीब 29 माहो में नगर में ना तो क्षतिग्रस्त सड़को व


नालियो की मरम्मत की जा सकी है और ना ही नव निर्माण ही कराया गया है। नगर का विकास कराए जाने को लेकर नगर परिषद के जिम्मेदार अफसरो की ना केवल धोर लापरवाही सामने आ रही है बल्कि कार्य के प्रति अक्षमता के चलते नागरिको


का असंतोश देखा जा रहा है।15 वार्डो में विभाजित नगर में विकास की योजनाए दम तोड़ चुकी है। सभी वार्डो की सड़के व नालियां क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। नागरिक क्षतिग्रस्त सड़को व नालियो की मरम्मत व नवीन निर्माण कार्य कराए जाने की


मांग कर रहे है। लेकिन नप के जिम्मेदार अधिकारी नागरिको की जायज मांग को भी सिरे से खारिज कर मनमानी पूर्ण रवैया अपनाते हुए नागरिको की असंतोश रुपी आग पर धी डालने का काम कर रहे है। क्षतिग्रस्त हो चुकी सड़को पर


पैदल चलने में भी लोगो को परेशान हो रही है जवकि क्षतिग्रस्त नालियो का गंदा पानी सड़क पर फैल रहा हैं।


*सामग्री खरीदी की कराई जावे जांचः-*


नगर को स्वच्छ बनाने, सड़को व नालियो की सफाई कराने के साथ ही क्षतिग्रस्त हो चुकी सड़को नालियों की


मरम्मत कराने को लेकर नगर परिषद के जिम्मेदार अधिकारी गंभीर नही है। नागरिक परेशान है। लेकिन स्वच्छता सहित अन्य मदो में सामग्री की खरीदी किए जाने को लेकर नपा के द्वारा सक्रियता दिखाई जा रही है। बताया जा रहा है बीते दो सालों में स्वच्छता सहित अन्य सामग्री नप के द्वारा खरीदी गई। खरीदी कार्य पर लाखो रुपए खर्च किए जा चुके है। सूत्रो की माने में खरीदी


कार्य में संबंधितो को कमीशन व्यापक पैमाने पर मिलता है। जिस कारण खरीदी पर अधिक फोकस किया जाता है। हालिया दिनो में भी लाखो रुपए हाईमार्स लाईट की खरीदी की गई। इस खरीदी में भी नगर परिषद के पर उंगलियां उठ रही है। सूत्र बताते है कि हाईमार्स लाईट की खरीदी में भी लाखो रुपए के कमीषन का


खेल खेला गया है। यदि प्रषासन निष्पक्ष एजेंसी से बीते दो सालो में हुई खरीदी की जांच करावे तो कमीषन का खेल उजागर हो सकता है। नागरिको ने


प्रशासन से मांग की है कि नगर परिषद के क्रियाकलापो की जांच करा कर स्वच्छ भारत अभियान मे लापरवाही बरतने वालो पर कार्रवाही कर नगर को स्वच्छ बनाया जावे ।


 2 वर्षों के कार्यकाल में जहां नगर पंचायत में अध्यक्ष नहीं होने की वजह से विकास कार्य पूर्ण तरह से रोका लेकिन कहीं ना कहीं अधिकारी एवं कर्मचारियों का विकास किसी भी हद तक नहीं रख पाया अगर इन 2 वर्षों की उच्च स्तरीय जांच हो जाए तो कई अधिकारी कर्मचारी भारी भ्रष्टाचार में लिप्त दिखाई पड़ सकते हैं लेकिन आखिरकार जांच करे तो कौन वह नगर के लोगों ने इस मामले को लेकर सख्त से सख्त जांच एवं कार्रवाई की मांग की है ।

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !