भगवान भरोसे चल रहा सरकारी स्कूल, न समय पर खुलते हैं, न आते हैं शिक्षक
कंप्यूटर ऑपरेटर की तो बल्ले बल्ले घर बैठे ही उठा रहा सैलरी जॉइनिंग के बाद अभी तक स्कूल स्टाफ ने नहीं देखी ऑपरेटर की शक्ल
आखिर स्कूल ऑपरेटर की कैसे बनी सैलरी इसमें एचएम सर का भी हाथ है क्या एचएम सर बनाते हैं उसकी सैलरी
विद्यार्थी बंद दरवाजे पर बस्ता टांग कर बाहर ही बैठे करते हैं स्कूल खुलने और शिक्षक के आने का इंतजार
स्कूल का समय पर नहीं खुलने व समय पर टीचरों के समय पर नहीं आने वनवासी बच्चों का भविष्य अधर में है।
मध्याह्न भोजन भी पूरा नहीं मिलता : जब बच्चों से मध्याह्न भोजन के बारे मे पूछा तो नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हमें केवल 2 ही रोटी देते हैं व पेटभर कर कभी भी भोजन नहीं मिलता है। सब्जी बेकार दी जाती है। दाल भी पानी वाली होती है। बच्चों ने बताया कि स्कूल समय पर नहीं खुलता है टीचर 12 बजे स्कूलों में आते हैं। स्कूल में कंप्यूटर ऑपरेटर जब से स्कूल में जॉइनिंग हुई है तब से एक बार भी दर्शन नहीं हुए जबकि स्कूल के स्टाफ से जानकारी ली तो बताया गया कंप्यूटर ऑपरेटर ने जोइनिंग तो कर लिया है पर उसके बाद अभी तक उसके स्कूल में दर्शन तक नहीं है जबकि उसकी हर महीने सैलरी जाती है
कक्षा पहली से आठवीं तक के बच्चों का यह कहना हमें तो कुछ भी नहीं पढ़ाया जाता है