चुनाव हारने के बाद वसूली पर निकला प्रत्याशी कहा- वोट तो दिए नहीं अब लौटा दो पैसे
न्यूज़ रिपोर्ट:: कृष्ण कांत सोनी
नीमच (अभयवाणी न्यूज़ नेटवर्क) एमपी के नीमच में चुनाव के बाद एक अनोखा मामला सामने आया। हार के बाद मतदाताओं से रुपये वसूली करते हुए एक प्रत्याशी का वीडियो वायरल(video viral) हो चुका है। हिंदुस्तान में किसी को लालच दे कर वोट मांगना गैर कानूनी,(illegal) है और यहाँ हारने के बाद वापस दिए गए पैसे की मांग करने का मामला काफी गंभीर है। जिसके खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए सरपंच पद प्रत्याशी sarpanch candidate के खिलाफ पुलिस police ने मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले में निर्वाचन प्रक्रिया और प्रशासन(Election Process and Administration) की मुस्तेदी पर सवाल उठ रहे हैं।
अब वायरल हुए इस वीडियो की बात करें तो यह वीडियो सोश्यल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग ग्रामीणों के घर-घर दस्तक(Knocking door to door of villagers) देकर उनसे रुपयों की वसूली करते दिखाई दिए। कुछ लोगों के साथ मारपीट की गई तो कुछ लोगों को धमकाकर वसूली की गई। दरअसल, यह वीडियो नीमच जिले की मनासा जनपद के अंतर्गत ग्राम पंचायत देवरान(Village Panchayat Devran under Manasa district of Neemuch district) से सरपंच पद के प्रत्याशी राजू दायमा(raju dayma) का बताया गया। मिली जानकारी के मुताबिक चश्मा🕶️👓 चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ने वाले दायमा ने पहले पैसे बांटकर मतदाताओं को प्रलोभन दिया, लेकिन जब चुनाव में किसी दूसरे प्रत्याशी की जीत हो गई तो राजू और उसके समर्थक बौखला(furious) गए।
चुनाव में जीत हो यह जरूरी नहीं (It is not necessary to win the election) एक तरफ जहां प्रत्याशी का मतदाता को प्रलोभन देना ही गैर कानूनी था, वहीं दूसरी तरफ इनके लोगों ने गांव-गांव जाकर मतदाताओं को डरा धमकाकर दिए हुए रुपयों की वसूली करनी शुरू कर दी। सूत्रों की माने तो महज डेढ़ दो घंटे में साढ़े चार लाख रुपए की वसूली प्रत्याशी(candidate) द्वारा भेजे गए लोगों ने की है। वीडियो के वायरल होते ही हलचल गई। पुलिस (police) ने वायरल वीडियो को देखते हुए आरोपी राजू दायमा के खिलाफ मारपीट और धमकी देने का मामला दर्ज(Case registered for assault and intimidation) किया है। साथ ही वायरल वीडियो की भी जांच शुरू हो चुकी है। इधर विधि विशेषज्ञ इस घटना को लेकर निर्वाचन आयोग और प्रशासन(Election Commission and Administration) की भूमिका पर सवाल खड़ें कर रहें हैं।