आयुष मंत्री श्री कावरे ने की मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान की समीक्षा
शासकीय अधिकारी कर्मचारी मानव सेवा के भाव से कार्य करें---मंत्री श्री कावरे
मध्यप्रदेश शासन के आयुष मंत्री श्री रामकिशोर नानो कावरे ने आज 19 सितम्बर को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में अधिकारियों की बैठक लेकर मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान में अब तक किये गये कार्यों एवं गतिविधियों की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा, वन मंडलाधिकारी श्री अभिनव पल्लव, श्री ग्रजेश वरकड़े, एसडीएम श्री संदीप सिंह एवं सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में सभी एसडीएम एवं जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से उपस्थित थे।
आयुष मंत्री श्री कावरे ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि मुख्यमंत्री जन सेवा योजना हर पात्र व्यक्ति को शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए चलाया जा रहा है। सभी अधिकारी एवं उनकी मैदानी अमला जन सेवा और मानव सेवा के भाव से इस अभियान में प्राप्त आवेदनों का गंभीरता के साथ निराकरण करें। यदि कोई व्यक्ति किसी योजना में पात्रता नहीं रखता है तो उसे उसका कारण बताया जाये। यदि कोई दस्तावेज कम हो तो वह दस्तावेज तैयार कराया जाये। ग्राम पंचायत के सचिव एवं ग्राम रोजगार सहायक की जिम्मेदारी है कि उसे सभी पेंशन योजनाओं, दिव्यांग छात्रवृत्ति, मुख्यमंत्री बाल आशिर्वाद योजना, कल्याण योजना, आहार अनुदान योजना एवं अन्य योजनाओं की सटीक जानकारी हो। सचिव एवं रोजगार सहायक गांव के प्रत्येक घर जाकर पता कर लें कि उस घर के व्यक्ति किस योजना में पात्रता रखते हैं और उसे उसका लाभ मिल रहा है या नहीं। यदि वह व्यक्ति उस योजना के लाभ से वंचित है तो उसका आवेदन तैयार कर उसे लाभ दिलाया जाये।
आयुष मंत्री श्री कावरे ने कहा कि उनके द्वारा भी 17 सितम्बर को ग्राम पायली एवं मानेगांव में मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के शिविर का जायजा लिया गया है। उन्हें देखने में आया कि कुछ स्थान पर सचिव को योजनाओं को सही-सही जानकारी है, लेकिन कुछ स्थानों पर सचिव को योजनाओं की जानकारी नहीं है। सचिव एवं रोजगार सहायक इस अभियान की सभी 33 योजनाओं का एवं उनमें पात्रता का अच्छी तरह से अध्ययन कर लें। इस अभियान के दौरान पेंशन योजनाओं के लाभ से वंचित दिव्यांग लोगों को चिन्हित कर लिया जाये और ब्लाक स्तर पर शिविर लगाकर उनके मेडिकल बोर्ड से प्रमाण पत्र तैयार किये जाये। मंत्री श्री कावरे ने कहा कि मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान सही अर्थो में जनता की सेवा करने का अभियान है। त्रि-स्तरीय पंचायतों के नवनिर्वाचित प्रतिनिधि भी इस अभियान में पात्र लोगों को योजनाओं का लाभ दिलाने में अपनी भूमिका निभायें। पंचायत प्रतिनिधि सीसी रोड एवं नाली निर्माण में ही रूचि ना लें, बल्कि जन सेवा के इस अभियान में भी योगदान दें।
बैठक में कलेक्टर डॉ मिश्रा ने बताया कि जिले में 17 सितम्बर से 31 अक्टूबर तक चलने वाले मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां की गई है। सभी विभागों के अधिकारियों एवं मैदानी अमले को प्रशिक्षण दिया गया है। 17 सितम्बर को इस अभियान के प्रारंभ होने के पहले ही जिले में 13 से 16 सितम्बर तक अधिकारियों द्वारा घर-घर जाकर योजनाओं के लाभ से वंचित लोगों का सर्वे कर लिया गया है। 17 सितम्बर को जिले की सभी 690 ग्राम पंचायतों में शिविर लगाकर लोगों से आवेदन प्राप्त किये गये है। इन शिविरों में 27 हजार के लगभग आवेदन प्राप्त हुए हैं और उनमें से 3500 आवेदनों का निराकरण कर दिया गया है। इस अभियान के मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के अंतर्गत प्रत्येक शुक्रवार एवं शनिवार को अलग-अलग ग्रामों में शिविर लगाकर योजनाओं के लाभ से छूटे व्यक्तियों से आवेदन प्राप्त किए जाएंगे । इस प्रकार प्रत्येक ग्राम पंचायत में 31 अक्टूबर तक तीन बार शिविरों का आयोजन किया जाएगा । इन शिविरों में प्राप्त आवेदनों का निराकरण करने के बाद 28 एवं 29 अक्टूबर को ग्राम पंचायतों में शिविर लगाकर जनप्रतिनिधियों के माध्यम से पात्र हितग्राहियों को हितलाभ का वितरण किया जाएगा । जिले में इस अभियान की मॉनिटरिंग करने के लिए ग्राम पंचायतों का क्लस्टर बनाया गया है और प्रत्येक कलेक्टर के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।