कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना के निर्देशानुसार जिले को एनीमिया मुक्त बनाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। जिले में खून की कमी की पहचान एवं उपचार कार्यक्रम के अंतर्गत 15 से 35 वर्ष तक की आयु की महिलाओं में खून की कमी की पहचान के लिए शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य एवं आशा कार्यकर्ता के दल घर- घर जाकर डिजिटल हीमोग्लोबिन मीटर के माध्यम से खून की जांच कर रहे हैं। जिले में 27 जनवरी से अब तक 272 सत्रों का आयोजन कर 15 से 35 वर्ष तक की 9 हजार 728 महिलाओं की जांच की गई। इनमें सीवियर एनीमिया की आशंका वाली 166 महिलाओं का चिन्हांकन किया गया है। इनकी पुन: लैब में जांच कर उनको ब्लड ट्रांसफ्यूजन किया जायेगा।
यह जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने दी है। उन्होंने बताया कि डाट्स पद्धति से एनीमिया की पहचान वाली महिलाओं का इलाज आईएफए टेबलेट तथा आयरन सुक्रोज देकर कराया जायेगा। सीवियर एनीमिया के मरीजों का ब्लड ट्रांसफ्यूजन कराया जायेगा।