DEMO PIC |
BALAGHAT पिछले दिनों में बालाघाट जिले के श्रमिकों को महाराष्ट्र राज्य में बंधक बनाये जाने एवं उनका शोषण किये जाने की घटनायें सामने आ चुकी है। ऐसी घटनाओं की सूचना मिलने पर बालाघाट जिला प्रशासन ने त्वरित कार्यवाही कर बंधक श्रमिकों को मुक्त करा कर वापस लाया है। इसी कड़ी में आज 16 फरवरी को कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा ने बंधक श्रम पर कार्य कर रही अशासकीय संस्था इंटरनेशनल जस्टिस मिशन भोपाल के प्रतिनिधियों से चर्चा की।
संस्था इंटरनेशनल जस्टिस मिशन भोपाल के प्रतिनिधियों द्वारा कलेक्टर गिरीश मिश्रा को बताया गया कि बंधक श्रम प्रथा अधिनियम 1979 एवं चाईल्ड ट्रेफिकिंग के क्षेत्र में उनकी संस्था कार्य कर रही है। इस दौरान बालाघाट में बंधक श्रम प्रथा के तहत रेसक्यू किये गये 03 मामले जो महाराष्ट्र राज्य के 03 जिलो से संबंधित हैं, पर चर्चा की गई। संस्था द्वारा इस क्षेत्र में बालाघाट जिले में सर्वे करने की मंशा जाहीर की गई। कलेक्टर द्वारा संस्था के प्रतिनिधियों को बालाघाट जिले की भौगोलिक, सामाजिक एवं आर्थिक परिस्थितियों से अवगत कराया गया और कहा गया कि यदि संस्था के द्वारा पूर्व में अन्य राज्यों में किये गये सर्वे कार्य से संबंधित अन्य गतिविधियों एवं निर्धारित मापदण्डो से संबंधित दस्तावेज एवं विभागीय कार्यशालाओं के माध्यम से संतोष जनक कार्य पाये जाने पर इस संस्था से कार्य करवाने पर विचार किया जावेगा। संस्था के प्रतिनिधियों द्वारा बताया गया कि बंधक श्रमिक एवं चाईल्ड ट्रैफिकिंग पर वह देश के 15 राज्यों एवं म.प्र. के 11 जिलो में कार्य कर रही है।