सिवनी (जिला ब्यूरो) जी.एस.टी लागू होने से पहले दावे किए जा रहे थे कि, पंचायतों के यह फर्जीवाड़े जीएसटी लागू होने के बाद खत्म हो जाएंगे, लेकिन यह सिर्फ भ्रम साबित हुआ। जीएसटी के बाद यह फर्जीवाड़े बंद नहीं हुए बल्कि सुरक्षात्मक ठगी हो गई है। पंचायत के सरपंच, सचिव व रोजगार सहायकों ने खुद या परिजनों के नाम से जीएसटी में रजिस्ट्रेशन कराना शुरू कर दिया है। ऐसी फर्जी फर्में जिनका कोई अस्तित्व नहीं वह पंचायत में मनमाने दामों में सप्लाई कर सरकारी को चूना लगा रहे हैं। सूत्रों की माने में तो झिरी पंचायत में ऐसे बिल भी लगे हैं, जिसकी पंचायत ने खरीदी नहीं की, सिर्फ कमीशन देकर बिल लगा लिये गये।जागरूकजनों ने कलेक्टर से मांग की है कि पंचायतों में हो रहे भ्रष्टाचार की जांच कराकर दोषी फर्म संचालक सहित जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों पर उचित कार्यवाही
मामला 👆👆👆👆👆👆👆👆👆👆👆👆
सिवनी जिले की जनपद पंचायत छपारा की ग्राम पंचायत झिरी लग रहे हैं कई लाखों के फर्जी बिल सचिव को नहीं डर है प्रशासन का
इसीलिए इस ग्राम पंचायत में बिना जीएसटी के बिना रोक टोक कई हजारों के बिल लगते है ग्राम झिरी के आसपास नाश्ता या होटल की कोई दुकान नहीं है इसीलिए एक ही ट्रेडर्स को हर सामान खरीदी के लिए अधिकृत किया है सचिव ने क्या लोहा सीमेंट हार्डवेयर की दुकान से अब बनवा रहे हैं पूडी सब्जी बूंदी क्या जिला में बैठे जिला पंचायत सीईओ को सब जानकारी है लेकिन कार्रवाई नहीं कर रहे हैं