-अब एक मार्ग पर दौड़ेगा एक ही वाहन
टीकमगढ़ (एजेंसी )। नई आबकारी नीति के तहत शराब दुकान की लाइसेंस फीस 15 प्रतिशत बढ़ा दी गई है। ऐसे में अब एक अप्रैल से नई आबकारी नीति के अंतर्गत शराब की कीमतों में इजाफा हाेने की संभावना है। जिले में इस बार शराब दुकानों की नीलामी का लक्ष्य प्रदेश शासन द्वारा तय कर दिया गया है। हालांकि उक्त नीति जिले सहित प्रदेश के सभी जिलों में समान रूप से लागू होगी।
इस संबंध में विस्तृत रूप से जिला आबकारी अधिकारी पतरस बड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि नवीन शराब नीति में शराब दुकानों की लाइसेंस फीस 15 प्रतिशत बढ़ा कर निर्धारित की गई है। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश सरकार ने इस वर्ष दुकानों की नीलामी से ही 149 करोड़ 67 लाख 69 हजार 268 रुपए की कमाई का लक्ष्य रखा गया है। जबकि गत वर्ष शासन ने 130 करोड 15 लाख 38 हजार 492 रुपए का लक्ष्य निर्धारित किया था। उन्होंने बताया कि इस वर्ष शासन ने जिले से 19 करोड़ 50 लाख रूपए के इजाफा करने का लक्ष्य रखा है। रिन्यूअल की स्थिति में करोड़ों रुपए की बढ़ोत्तरी का अनुमान है। जिससे प्रदेश शासन के राजस्व में भी अच्छी खासी बढ़त होगी। नई शराब नीति के तहत शासन ने कारोबारियों को कुछ रियायत भी दी हैं।
टेंडर प्रक्रिया आज से :-
वर्ष 2024-25 के लिए शराब दुकानों के नवीनीकरण, लाटरी एवं टेंडर प्रक्रिया प्रदेश सहित जिले में शुरू हो चुकी है। जिसमें जिले की 54 कंपोजिट दुकानों के लिए शासन ने लक्ष्य निर्धारित कर दिया है। नवीनीकरण के लिए आज शनिवार 17 फरवरी की शाम 5:30 बजे तक आवेदन लिए जाएंगे।
-अब एक मार्ग पर दौड़ेगा एक ही वाहन:-
अभी तक हर शराब दुकान के लिए एक-एक वाहन लगाने का नियम था। गोदाम से दुकान तक कौन सा वाहन माल सप्लाई करेगा उसकी संपूर्ण जानकारी आबकारी विभाग के पास रहती थी। नई शराब नीति में फेरबदल किया गया है। जिसके मुताबिक एक वाहन एक रूट पर एक समूह की जितनी भी दुकानें होंगी उन पर सप्लाई कर सकेगा। जिससे शराब कारोबारियों को अलग-अलग वाहन एवं अतिरिक्त कर्मचारी नही लगाने पड़ेंगे। जिसका लाभ कारोबारियों को होगा।
शर्तें के आधार पर होंगे नवीनीकरण :-
विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार नवीनीकरण के लिए 12 फरवरी से प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी थी। नवीनीकरण उस स्थिति में हाेगा जब 75 प्रतिशत आवेदन रहेंगे। अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर टेंडर प्रकि्रा 27 फरवरी से प्रारंभ होगी। इसके बावजूद अगर यह दोनों स्थिति नहीं बन पाती हैं तो एक बड़े समूह को पूरा ठेका दिया जा सकता है। इसके अलावा शहर को दो से तीन समूहों में बांटकर ठेके दिए जाने का प्रावधान निर्धारित किया गया है। वर्तमान की स्थिति में जिले में 15 समूह या ठेकेदार इस कारोबार में संलग्न है।
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इनका कहना है :-
कंपोजिट शराब दुकानों की नीलामी प्रक्रिया प्रदेश शासन के मापदंडानुसार कराई जा रही है। जिसमें जो व्यक्ति इस कारोबार में शासन की गाइडलाईन अनुसार पात्रता रखता होगा, उसे संबंधित दुकान के क्रियान्वयन की जिम्मेवारी एक अप्रैल से सौंपी जाएगी ।
- पतरस बड़ा, जिला आबकारी अधिकारी, टीकमगढ़
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