सिवनी समानता, सद्भाव , एकता, करुणा और मैत्री के संदेश वाहक संत रविदास जी, जिन्होंने आज से 6 सौ साल पहले लोकतंत्र को बहुत सरल भाषा में परिभाषित किया था। 24 फरवरी 2024 दिन शनिवार को उनकी जयंती के अवसर पर मंगलीपेठ सिवनी में उनकी प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
उक्ताशय की जानकारी देते हुए रविदास शिक्षा मिशन सिवनी के अध्यक्ष रघुवीर अहरवाल ने बताया कि जिस समय भारतीय समाज हजारों ऊंच-नीच जातियों में विभक्त था। जातिगत भेदभाव ,अन्याय अत्याचार बड़े पैमाने पर होते थे। ऐसे समय पर संत रविदास जी ने सबके बीच समानता सद्भाव स्थापित करते हैं हुए एकता का संदेश दिया। आज से 6 सौ साल पहले उन्होंने लोकतंत्र की परिभाषा इस तरह व्यक्त किया- ‘ऐसा चांहू राज मैं, मिले सबन को अन्न। राजा प्रजा सम बसे रविदास रहें प्रसन्न।।’ ऐसे महान संत रविदास जी की 24 फर. दिन शनिवार को मंगलीपेठ में जयंती मनाई जा रही है। इसी पावन अवसर पर संत रविदास जी की प्रेरक प्रतिमा की भी स्थापना होगी। दोपहर एक बजे से शोभायात्रा का नगर भ्रमण होगा। शाम 7 बजे संत रविदास जी की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। कार्यक्रम के अंत में भोजन की भी व्यवस्था की गई है। श्री अहरवाल ने समानता सद्भाव और लोकतंत्र के समर्थकों से इस कार्यक्रम में पहुंचने की अपील किया है।