सोनिया गांधी से कर चुके हैं मुलाकातरा,
ज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस विधायकों को रात्रिभोज
भोपाल,(एजेंसी )। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली चौंकाने वाली हार के बाद से ही कहा जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ प्रदेश की राजनीति को छोड़ वापस केंद्र की राजनीति में सक्रिय होंगे। इसी बीच उनका दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी से मुलाकात करना और कांग्रेस विधायकों को रात्रिभोज के लिए आमंत्रित करना राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बन गया है। इसे लेकर कयास लगाए जा रहे हैं, कि कमलनाथ अब राज्यसभा के सदस्य बनने जा रहे हैं।
गौरतलब है कि आगामी 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव होने हैं। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 15 फरवरी है और कमलनाथ ने 13 फरवरी को कांग्रेस विधायकों को रात्रिभोज का निमंत्रण भेजा है। मौजूदा विधानसभा सदस्य और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने आवास पर पार्टी विधायकों को रात्रिभोज के लिए आमंत्रित कर राजनीतिक गलियारे को गर्माने का काम कर दिया है। अब चूंकि प्रदेश अध्यक्ष की कमान भी जीतू पटवारी को सौंपी जा चुकी है, ऐसे में कमलनाथ के केंद्र में जाने को लेकर कयास कुछ ज्यादा ही लगाए जा रहे हैं। कमलनाथ यह कह चुके हैं, कि वो प्रदेश में ही रहेंगे और यहीं की राजनीति करते हुए जनसेवा का कार्य करेंगे। इससे पहले हाल ही में कमलनाथ ने दिल्ली पहुंच कर कांग्रेस आलाकमान और पूर्व एआईसीसी अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी। समझा जा रहा है कि उन्होंने इस मुलाकात के दौरान सोनिया गांधी से राज्यसभा के चुनाव पर चर्चा की है।
सूत्रों की मानें तो राज्य विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को मिली अप्रत्याशित हार के कारण कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ नाराज चल रहे है। राहुल ने इस बात पर हैरानी जताई है, कि विधानसभा चुनाव संबंधी निर्णय लेने के लिए कमलनाथ को पूर्ण अधिकार दिए जाने के बावजूद मध्य प्रदेश में कांग्रेस बुरी तरह कैसे हार गई।
जहां तक राज्यसभा चुनाव का सवाल है, मध्य प्रदेश से पांच राज्यसभा सदस्यों का कार्यकाल अप्रैल में समाप्त होने वाला है। इनमें केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और एल मुरुगन समेत चार भाजपा के और एक कांग्रेस के राजमणि पटेल हैं। विधायकों की संख्या के लिहाज से कांग्रेस को एक सीट ही मिलनी है। कमलनाथ, जो वर्तमान में छिंदवाड़ा से विधायक हैं, राज्यसभा के जरिये केंद्र की राजनीति में दोबारा प्रवेश करना चाह रहे हैं। इन तमाम कयासों के बीच 13 फरवरी को कांग्रेस विधायकों को दिए जा रहे रात्रिभोज के साथ जोड़ा जा रहा है।