कोरबा (एजेंसी ) एकीकृत महिला एवं बाल विकास परियोजना बरपाली फर्जी मार्कशीट के आधार पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर की नियुक्ति किये जाने का आरोप लगा हैं। बताया जा रहा हैं जिसके कारण कई पात्र अभ्यर्थी कई महीनों से न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं।
जानकारी के अनुसार गत वर्ष एकीकृत महिला एवं बाल विकास परियोजना बरपाली द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रिक्त पद पर भर्ती हेतु विज्ञप्ति जारी किया गया था। जिसमें ग्राम भादा के रिक्त पद पर एक महिला की नियुक्ति की गई। जिस पर दूसरे स्थान पर रहे अभ्यर्थी के द्वारा 12वीं के मार्कशीट पर संदेह जाहिर करते हुए आपत्ति दर्ज किया गया था, किन्तु एकीकृत महिला एवं बाल विकास परियोजना बरपाली द्वारा उसको आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भादा के पद पर नियुक्ति दे दी गई। बताया जा रहा हैं की परियोजना अधिकारी बरपाली एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी करतला को लिखित शिकायत के बाद भी कार्यवाही तो दूर जांच भी नहीं की गयी। जबकि बताया जा रहा हैं की शिकायतकर्ता द्वारा मार्कशीट के फर्जी होने का पूरा सबूत संबंधित विभाग एवं अधिकारियों को उपलब्ध करा दिया गया है।
पूर्व की भर्ती के लिए प्रस्तुत मार्कशीट और वर्तमान भर्ती के लिए प्रस्तुत मार्कशीट के अंक व प्रतिशत में बताया जा रहा अंतर
बताया जा रहा हैं की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर नियुक्त महिला द्वारा इसके पूर्व भर्ती के लिए विभाग को 12वीं की जो अंकसूची प्रस्तुत की गई थी उसमें 54 प्रतिशत अंक उल्लेखित है जबकि वर्तमान भर्ती में जो 12वीं की अंकसूची प्रस्तुत की गई है उसमें 87.6 प्रतिशत अंक दर्ज है। दोनों मार्कशीट में अंकों को फेरबदल कर प्रतिशत को बढ़ाया गया है बाकी सारा विवरण रोल नंबर, पंजीयन नंबर, परीक्षा सत्र, अंकसूची क्रमांक आदि समान है। इससे साफ साफ जाहिर होता है कि वर्तमान भर्ती में जो मार्कशीट प्रस्तुत किया गया है वो पूरी तरह फर्जी है।
न्याय पाने के लिए पात्र अभ्यर्थी दर-दर भटकने पर मजबूर
महिला की मार्कशीट फर्जी होने के बाद भी उसकी नियुक्ति आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर हो गई और जो पात्र अभ्यर्थी है वो आज भी न्याय के लिए दर-दर भटक रही है। एकीकृत महिला एवं बाल विकास परियोजना बरपाली एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी करतला में शिकायतकर्ता द्वारा लिखित शिकायत के बाद भी इस प्रकरण पर किसी तरह की कार्यवाही नहीं की गई है। अंतत अब शिकायतकर्ता द्वारा जिला