इंदौर / क्राइम ब्रांच इंदौर ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बिना बिल के 294 मोबाइल जब्त किए हैं, जिनकी अनुमानित कीमत करीब 35 लाख रुपये है। इस कार्रवाई के दौरान गिरफ्तार किए गए संदीही संदीप कश्यप (32), निवासी प्रभु नगर, राजेंद्र नगर, इंदौर ने पूछताछ में कई खुलासे किए।
संदीप ने बताया कि वह बेरोजगार था और जितेंद्र वासवानी उर्फ जॉनी ने उसे मोबाइल की डिलीवरी करने के लिए नौकरी पर रखा था, जिसमें उसे अच्छी सैलरी का वादा किया गया था। संदीप ने खुलासा किया कि वह पहले भी 60 मोबाइल नेपाल में डिलीवर कर चुका है, जो चोरी के थे।
जितेंद्र वासवानी उर्फ जॉनी पहले भी चोरी के मोबाइलों की खरीद-बिक्री के मामले में जेल जा चुका है और उसके साथी पहले भी करोड़ों रुपये के सैकड़ों मोबाइलों के साथ पकड़े जा चुके हैं।
क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस लगातार फरार, इनामी और संपत्ति संबंधी अपराधों में संलिप्त आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई कर रही है। इस कार्रवाई के तहत संदिग्ध मोबाइल और आरोपियों के बयानों के आधार पर आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी है।
इंदौर पुलिस की यह कार्रवाई यह सुनिश्चित करने के लिए है कि चोरी के मोबाइलों का नेटवर्क खत्म किया जा सके और दोषियों को कानून के तहत सजा दिलाई जा सके।