तीन श्रेणियों में हुई दौड़:
प्रतिभागियों ने तीन श्रेणियों- मोगली की चुनौती (21.1 किमी), बघीरा का पानी छींटा (10 किमी), और बालू की फन रन (5 किमी) में हिस्सा लिया। धावक देशभर के विभिन्न शहरों जैसे सोलापुर, विशाखापत्तनम, मुंबई, दिल्ली, जम्मू, नागपुर, रायपुर आदि से आए थे।
शुभारंभ और आयोजन की शुरुआत:
मैराथन का शुभारंभ पेंच टाइगर रिजर्व के खवासा गेट से हुआ, जिसे विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसमें श्री रजनीश सिंह, उप संचालक पेंच टाइगर रिजर्व, और सुश्री बिदिशा मुखर्जी, अपर प्रबंध संचालक मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड, जैसी हस्तियों की उपस्थिति रही।
मानव श्रृंखला बनाकर बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड:
मैराथन के दौरान एकता और वन्यजीव संरक्षण के संदेश को फैलाने के लिए प्रतिभागियों ने क्रॉस हैंड मानव श्रृंखला बनाई, जिसे वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, लंदन में दर्ज कराया जाएगा। इस प्रयास ने मैराथन को न केवल रोमांचक बल्कि ऐतिहासिक भी बना दिया।
भविष्य की योजनाएं:
मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड ने भविष्य में इसी तरह के एडवेंचर और एक्सपीरियंस को बढ़ावा देने की योजना बनाई है, जिससे पेंच नेशनल पार्क और अन्य राष्ट्रीय उद्यानों में पर्यटकों की भागीदारी को और बढ़ाया जा सके।
इस आयोजन ने पेंच नेशनल पार्क में पर्यटन गतिविधियों के एक नए अध्याय की शुरुआत की है और धावकों के लिए जीवन भर की यादगार दौड़ का अनुभव प्रस्तुत किया है।