- कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों को दिए निर्देश
- पेयजल, स्वास्थ्य और जर्जर भवनों पर विशेष ध्या
- कलेक्टर ने गूगल मीट के माध्यम से आगे की रूपरेखा राजस्व अधिकारियों को बताई
- पेयजल, स्वास्थ्य और जर्जर भवनों पर निगरानी करने की हिदायत
बालाघाट
कलेक्टर श्री मृणाल मीना ने गुरुवार को समस्त राजस्व अधिकारियों के साथ गूगल मीट के माध्यम से आगे की रूपरेखा पर तत्परता से कार्य करने को कहा है। उन्होंने कहा कि अब बारिश बन्द है और बाढ़ का पानी भी निकल चुका है। कई स्थल खाली हो गए है। ये समय सर्वे करने का सबसे उपयुक्त समय है, शीघ्रता से सर्वे का कार्य पूर्ण कराएं। एक-एक खेत में खेतों के भीतर भी जाकर देखें। प्रभावितों की आपत्तियों को सुने, उनकी व्यथा जानें। वही गांवो में जर्जर व गिरे निजी भवन व मकानों का आंकलन करें। उन्होंने प्राकृतिक आपदा के प्रकरण बनाकर जल्द ही आर्थिक सहायता देने पर फोकस हो जाये। कलेक्टर श्री मीना ने तहसीलदारों से उनके क्षेत्र में बंद मार्गो के सम्बंध में सड़कों की स्थिति की जानकारी ली। साथ ही सड़क व पुल निर्माण से जुड़े विभागों को भी क्षेत्र का भ्रमण करने के निर्देश दिए है। राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक में गूगल मीट के माध्यम से अनुभागों के समस्त एसडीएम व सभागृह में एडीएम श्री जीएस धुर्वे, एसडीएम श्री गोपाल सोनी व एसएलआर श्रीमती स्मिता देशमुख मौजूद रही।
हर एक पेयजल स्त्रोत का क्लोरीनेशन व ठहरे पानी मे ब्लीचिंग पॉवडर का छिड़काव जरूरी
कलेक्टर श्री मीना ने सभी राजस्व अधिकारियों से कहा कि बाढ़ का पानी निकल चुका है। बारिश भी थम गई है। इसलिए अब ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना बड़ी जिम्मेदारी है। पीएचई व पंचायतों के साथ मिलकर इस कार्य को भी प्राथमिकता देंगे। सभी जल स्त्रोतों का अच्छे से क्लोरीनेशन कराएंगे। साथ ही जहां पानी का ठहराव है या गंदगी फैली हो या सम्भावनाये है वहा अनिवार्य रूप से ब्लीचिंग पॉवडर से छिड़काव करेंगे। इसके अलावा जो स्कूल जर्जर भवनों में संचालित हो रहें है, उन पर विशेष ध्यान देंगे। विभाग से संबंधित जानकारी रखे। निजी भवन व मकानों पर भी निगरानी रखेंगे। नागरिकों को जोखिम में नहीं डालना है।
विसर्जन स्थल और जुलूस यात्रा के लिए भी अलर्ट रहें
आगामी समय में कई त्यौहार मनाए जाने है। श्रीगणेश विसर्जन भी जिले में कई स्थलों पर होना है। कलेक्टर श्री मीना ने राजस्व अधिकारियों को ऐतिहात बरतने के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने कहा कि विसर्जन स्थलों व यात्रा जुलूस आदि के लिए एनडीआरएफ, होमगार्ड और हेल्थ विभाग की मौजूदगी सुनिश्चित करेंगे। ऐसे स्थलों पर एम्बुलेंस की व्यवस्थाएं पहले से ही सुनिश्चित कर लेंगे।
राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिए तहसीलदारों का कोर्ट तीन दिन हो
कलेक्टर श्री मीना ने राजस्व अधिकारियों के साथ कि राजस्व समीक्षा बैठक में राजस्व कार्यो की भी जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए है कि इकेवायसी, नक्शा तरमीम के कार्य निरंतर प्रक्रिया है। यह कार्य रुके नहीं। साथ ही राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिए उन्होंने तहसीलदारों को प्रत्येक सप्ताह में 3-3 दिन राजस्व न्यायालय में प्रकरण निराकृत करने के निर्देश दिए है। उन्होंने स्वामित्व योजना में ग्राउंड ट्रुथिंग और वनाधिकार अधिनियम में सामुदायिक अधिकार के संबंध में भी निर्देशित किया है।