भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में मलखंब और जिम्नास्टिक जैसे पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए उज्जैन में विशेष अकादमी की स्थापना की जाएगी। उन्होंने कहा कि साहसिक खेलों को पर्यटन एवं वन विभाग के साथ जोड़कर 'स्पोर्ट्स एडवेंचर' के रूप में विकसित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक जिले में हेलीपेड युक्त खेल स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा, जिससे खेलों की गतिविधियों का आयोजन सुचारु रूप से हो सके। साथ ही, युवाओं को रोजगारोन्मुखी कार्यक्रमों के माध्यम से प्रोत्साहित करने पर जोर दिया जाएगा।
डॉ. यादव ने मंत्रालय में खेल एवं युवक कल्याण विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि ओलंपिक और एशियन गेम्स के पदक विजेताओं को राजपत्रित अधिकारी के पद पर नियुक्त करने के प्रस्ताव को कैबिनेट में प्रस्तुत किया जाएगा। उत्कृष्ट खिलाड़ियों को खेल कोटे के तहत विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिए जाने पर भी विचार किया जा रहा है।
काठियावाड़ी घोड़ों का उत्कृष्ट प्रदर्शन
मुख्यमंत्री ने कहा कि घुड़सवारी के लिए काठियावाड़ी घोड़े श्रेष्ठ होते हैं और इनके प्रदर्शन को और बेहतर बनाया जा सकता है। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने बताया कि घुड़सवारी और शूटिंग में मध्यप्रदेश की खेल अकादमियों का प्रदर्शन शानदार रहा है।
खेलो एमपी यूथ गेम्स का आयोजन
डॉ. यादव ने 'खेलो एमपी यूथ गेम्स' की घोषणा करते हुए कहा कि इसमें 16 वर्ष से कम आयु के खिलाड़ियों को शामिल किया जाएगा। कार्यक्रम का उद्देश्य खेलों के प्रति युवाओं की रुचि बढ़ाना और उनकी प्रतिभा को निखारना है।
इस अवसर पर खेल मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग और अन्य उच्च अधिकारी उपस्थित थे, जिन्होंने खेल और युवा कल्याण से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।