कांग्रेस की किसान न्याय यात्रा: फसल के उचित मूल्य और बिजली बिल माफी की मांग के साथ प्रदर्शन

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कांग्रेस की किसान न्याय यात्रा: फसल के उचित मूल्य और बिजली बिल माफी की मांग के साथ प्रदर्शन

 किसान न्याय यात्रा: सिवनी में किसानों की आवाज़ बुलंद, पूनम पंडित ने किया नेतृत्व

सिवनी, मध्यप्रदेश: मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार, सिवनी जिला कांग्रेस कमेटी ने किसानों के समर्थन में "किसान न्याय यात्रा" का आयोजन किया। इस यात्रा में जिले के सभी ब्लॉकों से किसान ट्रैक्टरों के साथ छिंदवाड़ा चौक पर एकत्रित हुए। अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की पर्यवेक्षक और अंतरराष्ट्रीय शूटर पूनम पंडित, जिन्होंने तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलनों में सक्रिय भूमिका निभाई थी, इस यात्रा में नेतृत्वकर्ता के रूप में शामिल हुईं।

जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजकुमार खुराना के साथ पूनम पंडित ने छिंदवाड़ा बाईपास से ट्रैक्टर चलाकर यात्रा की शुरुआत की। यात्रा के दौरान विभिन्न स्थानों पर किसानों और आम जनता ने गर्मजोशी से स्वागत किया। मंदिरों में पूजा-अर्चना करने के बाद, यात्रा कचहरी चौक पहुंची जहां वीरांगना रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इसके पश्चात, पूनम पंडित ने किसानों को संबोधित किया और राज्य में हो रहे अत्याचारों और अन्यायों की कड़ी आलोचना की।

पूनम पंडित ने उठाए सवाल
पूनम पंडित ने अपने भाषण में कहा, “मध्यप्रदेश में गरीबों, आदिवासियों और दलितों पर हो रहे अत्याचारों की हदें पार हो चुकी हैं। किसानों को उनकी फसलों का समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा, और बिजली की अघोषित कटौती ने किसानों की समस्याओं को और बढ़ा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन काले कृषि कानूनों को वापस लेते समय माफी मांगी थी, लेकिन किसानों के साथ और भी ज्यादती की जा रही है।"

उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों के हितों की अनदेखी की है और किसानों के आंदोलन को दबाने के लिए दमनकारी नीतियाँ अपनाई हैं।

किसानों की माँगें और ज्ञापन सौंपा
यात्रा के समापन पर जिला कलेक्टर कार्यालय पहुँचकर किसानों ने राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में किसानों की समस्याओं का समाधान करने और उनकी फसलों का उचित मूल्य दिलवाने की माँग की गई। प्रमुख माँगों में शामिल थीं:

  1. फसलों का समर्थन मूल्य गेहूँ के लिए ₹2700, धान के लिए ₹3100, मक्का के लिए ₹2500 और सोयाबीन के लिए ₹6000 प्रति क्विंटल तय किया जाए।
  2. अतिवृष्टि से प्रभावित फसलों का मुआवजा दिया जाए और नकली बीज की बिक्री पर रोक लगाई जाए।
  3. बिजली कटौती बंद की जाए और किसानों को दिन में बिजली उपलब्ध कराई जाए।
  4. किसानों का फसल बीमा भुगतान जल्द से जल्द दिलवाया जाए।
  5. भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी नहरों की त्वरित मरम्मत कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

कांग्रेस नेताओं ने दिया समर्थन
सभा में बरघाट के पूर्व विधायक अर्जुन सिंह काकोडिया, किसान न्याय यात्रा के प्रभारी घनश्याम सनोडिया और एड़ पंकज शर्मा ने भी किसानों की समस्याओं को लेकर अपना पक्ष रखा। जिला कांग्रेस प्रवक्ता रज़िक अकील ने मंच का संचालन किया।

जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजकुमार खुराना ने किसानों की आय दोगुनी करने के सरकार के दावों पर सवाल उठाते हुए कहा, "किसानों का खर्च दोगुना हो गया है, लेकिन उनकी आय में कोई वृद्धि नहीं हुई।"

उन्होंने किसान न्याय यात्रा में भाग लेने वाले सभी किसानों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया और इस आंदोलन को किसानों के लिए एक नई दिशा देने वाला बताया।

समाज के हर वर्ग का समर्थन
इस आयोजन में जिले भर से कांग्रेस कार्यकर्ताओं, ब्लॉक कांग्रेस समितियों, मोर्चा संगठनों, जनपद पंचायत, नगरपालिका और अन्य निर्वाचित जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसान भाई भी शामिल हुए, जिन्होंने अपनी समस्याओं और माँगों को लेकर कांग्रेस के इस आंदोलन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।


निष्कर्ष
किसान न्याय यात्रा ने सिवनी में किसानों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया और सरकार से जल्द से जल्द उनकी मांगों पर कार्रवाई की अपील की। यह यात्रा न केवल किसानों के अधिकारों के लिए एक अहम कदम साबित हुई, बल्कि यह भी दर्शाया कि किसान समुदाय अब अपने हक की लड़ाई में और मुखर होता जा रहा है।

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