श्रम, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने श्रम विभाग की उपलब्धियों और नई योजनाओं की जानकारी देते हुए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। प्रदेश में उज्जैन, पीथमपुर, भोपाल, जबलपुर और सतना में 05 आदर्श श्रम केंद्र स्थापित किए जाएंगे। श्रमोदय आईटीआई में विशेष ट्रेड्स, जैसे सिविल इंजीनियरिंग असिस्टेंट, मैकाट्रोनिक्स टैकनीशियन और एडवांस सीएनसी मशीनिंग टेक्नीशियन, केवल इस संस्थान में उपलब्ध हैं, जिसे विभाग की बड़ी उपलब्धि बताया गया।
महत्वपूर्ण योजनाओं का विस्तार:
1. अंतिम संस्कार और अनुग्रह सहायता योजनाओं का विस्तार: इन योजनाओं का लाभ अब श्रमिक के परिवार (पत्नी, पुत्र-पुत्री और माता-पिता) को भी मिलेगा।
2. इलेक्ट्रिक वाहन वितरण: इस वर्ष 50 दिव्यांग श्रमिकों को इलेक्ट्रिक वाहन प्रदान किए जाएंगे।
3. अभिदाय दरों में वृद्धि: 11 वर्षों बाद अभिदाय दरों में वृद्धि की गई है। नियोजक का अभिदाय 30 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये प्रति 6 माह कर दिया गया है।
नई योजनाएं:
1. स्कूल छात्रवृत्ति योजना 2024: कक्षा 1 से 12 तक के छात्र-छात्राओं को 2300 रुपये प्रति वर्ष तक की छात्रवृत्ति दी जाएगी।
2. इलेक्ट्रिक स्कूटर अनुदान योजना: श्रमिकों को इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने पर 40,000 रुपये तक की अनुदान राशि प्रदान की जाएगी।
3. दिव्यांग सहायता अनुदान योजना: दिव्यांग उपकरण खरीदने पर 35,000 रुपये तक की अनुदान राशि दी जाएगी।
4. ग्रामीण आवास अनुदान योजना: प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास पाने वाले श्रमिकों को 50,000 रुपये की अनुदान राशि दी जाएगी।
5. औजार/उपकरण खरीदी योजना: श्रमिकों को 10,000 रुपये तक का अनुदान मिलेगा।
सामाजिक लाभ और अधोसंरचना विकास:
16 नगर निगमों में 100 बिस्तरों के श्रमिक विश्राम गृह बनाए जाएंगे, जिनकी कुल लागत 6.10 करोड़ रुपये होगी।
प्रदेश में 05 नए श्रमोदय आवासीय विद्यालय (सागर, रीवा, उज्जैन, शहडोल, बालाघाट) खोले जाएंगे, जिनकी निर्माण लागत 310 करोड़ रुपये होगी।
मंडल की सभी योजनाओं में आधार आधारित डीबीटी भुगतान प्रक्रिया शुरू की गई है, जिससे लाभार्थियों को सीधे उनके आधार लिंक्ड बैंक खातों में राशि प्राप्त होगी।