फ़ाइल कॉपी |
बालाघाट। दीपोत्सव के इस खास पर्व में बालाघाट नगर में फुटकर विक्रेताओं को राहत मिली है। नपाध्यक्ष श्रीमती भारती सुरजीतसिंह ठाकुर ने फैसला लिया है कि मिट्टी की मूर्ति, दीये और अन्य सामग्री बेचने वाले ग्रामीण व शहरी फुटकर विक्रेताओं से किसी भी प्रकार का बैठकी शुल्क नहीं लिया जाएगा। नगर में इन विक्रेताओं के लिए जगह सुरक्षित कराई गई है ताकि वे बेझिझक अपनी दुकानें सजा सकें और दीपावली की खुशियों में शामिल हो सकें।
शुल्क नहीं लेने के निर्देश श्रीमती ठाकुर ने 24 अक्टूबर को राजस्व वसूलीकर्ताओं के साथ बैठक की, जिसमें स्पष्ट निर्देश दिए कि दीपोत्सव पर्व के दौरान इन छोटे विक्रेताओं से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। उन्होंने राजस्व सभापति वकील वाधवा की मौजूदगी में कर्मचारियों को चेतावनी दी कि अगर किसी भी विक्रेता से जबरन शुल्क वसूला गया, तो जिम्मेदार वसूलीकर्ता के खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी।
सड़कों तक सामग्री न फैलाने की अपील राजस्व सभापति वकील वाधवा ने फुटकर विक्रेताओं से अनुरोध किया कि वे अपनी दुकानों को सीमित दायरे में रखें और सड़कों तक सामग्री न फैलाएं ताकि यातायात बाधित न हो। उन्होंने कहा कि दीपोत्सव में ग्रामीण फुटकर विक्रेताओं से शुल्क माफ रहेगा, जबकि अन्य दुकानदारों से राजस्व वसूली नियमानुसार जारी रहेगी।
इस निर्णय से त्योहार की रौनक बढ़ेगी और फुटकर विक्रेताओं को लाभ मिलेगा, जिससे स्थानीय उत्पादों को भी बढ़ावा मिलेगा।