साइंस सर्किल ने विद्यार्थियों, शिक्षकों और संस्था प्रमुखों को प्रोत्साहित करने के लिए ‘पढ़ो-बढ़ो और जीतो पुरस्कार’ योजना की शुरुआत की है। यह योजना कक्षा 6वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों की परीक्षा तैयारी को बेहतर बनाने और शिक्षकों एवं संस्था प्रमुखों के योगदान को सम्मानित करने के उद्देश्य से लागू की गई है।
साइंस सर्किल के सचिव डॉ. युवराज राहंगडाले ने बताया कि यह योजना विद्यार्थियों के लिए वस्तुनिष्ठ एवं लघुउत्तरीय प्रश्नों की तैयारी के लिए टार्गेटेड स्टडी प्लान के साथ तैयार की गई है। इस पहल से विद्यार्थी अपनी परीक्षा की तैयारी को व्यवस्थित रूप से कर सकेंगे और उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।
योजना की विशेषताएं
प्रश्नों की तैयारी और समयसीमा
कक्षा 9वीं से 12वीं के लिए:
- योजना 15 अक्टूबर से शुरू होकर 90 दिनों तक चलेगी।
- विद्यार्थी प्रतिदिन 5 प्रश्न लिखकर तैयार करेंगे।
- इससे प्रत्येक विद्यार्थी 2250-2700 प्रश्न की तैयारी कर सकेगा।
कक्षा 6वीं से 8वीं के लिए:
- योजना 20 नवंबर से शुरू होकर 50 दिनों तक चलेगी।
- विद्यार्थी 1800 प्रश्न तैयार कर सकते हैं।
प्रश्नों का स्वरूप
- प्रश्न एमसीक्यू, रिक्त स्थान, सत्य-असत्य, जोड़ी बनाओ, एक शब्द उत्तर या लघुउत्तरीय होंगे।
- इनसे परीक्षा के सभी प्रकार के सवालों का हल तैयार किया जा सकेगा।
पुरस्कार और सम्मान
साइंस सर्किल ने योजना को प्रेरणादायक बनाने के लिए प्रमुख पुरस्कारों की घोषणा की है:
कक्षा 9वीं से 12वीं के लिए
- विद्यार्थियों:
- आउटस्टैंडिंग एचीवमेंट अवार्ड
- शिक्षकों:
- डेडिकेटेड एजुकेटर अवार्ड
- संस्था प्रमुख:
- वीजनरी लीडर अवार्ड
कक्षा 6वीं से 8वीं के लिए
- विद्यार्थियों:
- स्टार ऑफ एक्सीलेंस अवार्ड
- शिक्षकों:
- कमिटमेंट टू एजुकेशन अवार्ड
- संस्था प्रमुख:
- हेडमास्टर्स लीजेसी अवार्ड
चयन प्रक्रिया और मॉनिटरिंग
- दैनिक कार्य:
- प्रत्येक विद्यार्थी को प्रतिदिन अपने 5 प्रश्न तैयार करना होगा।
- हर 50वें प्रश्न को संस्था प्रमुख द्वारा जांचा जाएगा।
- ऑनलाइन और ऑफलाइन मूल्यांकन:
- विद्यार्थियों से उनके लिखे प्रश्नों का उत्तर पूछा जाएगा।
- शिक्षकों और संस्था प्रमुखों का आकलन:
- शिक्षकों द्वारा अधिक छात्र संख्या के लिए योजना को लागू करना।
- संस्था प्रमुखों की निगरानी और मार्गदर्शन का मूल्यांकन।
नामांकन प्रक्रिया
- नामांकन की अवधि: 20 जनवरी से 30 जनवरी 2025।
- नामांकन संस्था प्रमुख के माध्यम से किया जाएगा।
- चयनित प्रतिभागियों को साइंस सर्किल के प्रतिभा सम्मान समारोह में पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
साइंस सर्किल का उद्देश्य
इस योजना का उद्देश्य विद्यार्थियों में पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ाना, शिक्षकों को प्रेरित करना और संस्था प्रमुखों की दक्षता को मान्यता देना है। साइंस सर्किल के प्रयास से जिले में शिक्षा का स्तर नई ऊंचाइयों पर पहुंचने की उम्मीद है।