यह खबर आदिवासी क्षेत्रों में सहायता और सेवा कार्यों की अद्भुत मिसाल पेश करती है। प्रबुद्ध तथागत फाउंडेशन द्वारा माहुरखोदरा जैसे सुदूर आदिवासी गांवों में पहुंचकर 50 परिवारों को कंबल और बच्चों को गर्म कपड़े वितरित करना एक सराहनीय कदम है।
मुख्य बिंदु:
फाउंडेशन की पहल:
प्रबुद्ध तथागत फाउंडेशन लंबे समय से आदिवासी बैगा बाहुल्य क्षेत्रों में मदद प्रदान कर रहा है, जिससे जरूरतमंदों को राहत मिल रही है।टीम का योगदान:
फाउंडेशन के सचिव महेंद्र मेश्राम और उनकी टीम (रफी अंसारी, अखिलेश ठाकुर, संजय अजीत, यमलेश बंजारी, राहुल टेंभरे, ज्ञानचंद कालबेले, और नारायण टेकाम) ने इस सेवा कार्य को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।प्रेरणा स्रोत:
फाउंडेशन के कार्यों को मुख्यतः मुकेश मेश्राम (आईएएस) और अनीता सी मेश्राम (आईएएस) की प्रेरणा से संचालित किया जा रहा है।शिविर में भागीदारी:
शिविर में पूर्व सरपंच मुन्नालाल मलगाम, मोहन कोकोडे, मदनलाल मेश्राम और स्थानीय महिलाएं व बच्चे शामिल हुए, जिन्होंने इस आयोजन की सराहना की।
सामाजिक महत्व:
इस प्रकार की पहल न केवल समाज में जरूरतमंदों की मदद करती है, बल्कि सामुदायिक एकता और परोपकार की भावना को भी बढ़ावा देती है। यह कार्य अन्य संगठनों और व्यक्तियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
प्रबुद्ध तथागत फाउंडेशन के ऐसे सेवा कार्यों के लिए बधाई!