एसडीएम और तहसीलदार मिलकर करेंगे भूमि बंटवारे के विवाद का समाधान
अतिक्रमण मामले में तीन साल पुरानी रिपोर्ट का त्वरित निवारण
जनसुनवाई में 75 आवेदन प्राप्त, प्रशासन ने शीघ्र निराकरण के निर्देश दिए
बालाघाट / कलेक्टर श्री मृणाल मीना की अध्यक्षता में जनसुनवाई आयोजित हुई। जनसुनवाई में प्राप्त हुए 75 आवेदनो की सुनवाई के लिए अपर कलेक्टर श्री जीएस धुर्वे व जिला पंचायत सीईओ श्री अभिषेक सराफ ने सम्बधित विभागों से जानकारी प्राप्त करते हुए शीघ्रता से निराकरण में निर्देश दिए। जनसुनवाई में कलेक्टर श्री मृणाल मीना ने लालबर्रा की अनुसुइया डहरवाल के आवेदन के सम्बंध में गूगल मीट के माध्यम से जुड़े एसडीएम और तहसीलदार दोनों से विस्तृत जानकारी ली गई। तहसीलदार ने बताया कि इनकी भूमि का दो बार बंटवारा हुआ है। बंटवारे के बाद वे असहमति जता रही है। साथ ही कभी अनुसुइया सहमत नही होती है तो कभी एक अन्य पक्ष। कलेक्टर श्री मीना ने एसडीएम व तहसीलदार दोनों को मौका स्थल पर जाकर अनुसुइया तथा एक और अन्य पक्ष के साथ बैठ कर इस पारिवारिक विवाद के प्रकरण को सुलझाए।
अतिक्रमण हटाने के निर्देशों का पालन कर रिपोर्ट मांगी
कलेक्टर श्री मीना ने एसडीएम वारासिवनी से एक आवेदन के सम्बंध में कहा कि कोर्ट के आदेश के बाद भी अतिक्रमण हटाया नही गया है। वारासिवनी तहसील के डोंगरमाली द्वारा जनसुनवाई में बताया गया कि खैरलांजी तहसील के गांव भेंडारा स्थित भूमि और उनकी व शासकीय भूमि पर एक व्यक्ति द्वारा अतिक्रमण किया गया। जिसकी तहसीलदार को शिकायत के बाद जांच की गई। जांच के बाद अर्थदंड करते हुए अतिक्रमण हटाने का आदेश पारित किया गया। परंतु अपील की गई कलेक्टर श्री मीना ने कहा कि मामला 3 वर्ष पुराना है । इसकी जांच करे और तुरंत रिपोर्ट भेजे।
एडीएम श्री धुर्वे ने पूरनलाल गौतम के आवेदन ओर खैरलांजी तहसीलदार को निर्देश दिए है कि इनका नाम दुरुस्त करना है। पूरनलाल के स्थान पर प्रेमलाल हो गया है। प्राथमिकता देते हुए रिकार्ड दुरुस्त करें।