ओवरलोड भूसे से भरी ट्रैक्टर-ट्रालियां बन रही दुर्घटनाओं का कारण

Krishna Kant Soni

Begamganj/RAISEN (MP):रायसेन जिले के बेगमगंज क्षेत्र में ओवरलोड भूसे से भरी ट्रैक्टर-ट्रालियां लोगों के लिए बड़ी समस्या बनती जा रही हैं। कलेक्टर द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद इनका संचालन जारी है, जिससे सड़क पर जाम और दुर्घटनाएं हो रही हैं।  



मुख्य मार्ग पर बढ़ी परेशानी 

सागर-भोपाल मार्ग पर पहले से ही सड़क निर्माण का काम चल रहा है, जिससे सड़कों की चौड़ाई कम हो गई है। ऐसे में ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रालियां रास्ते को और बाधित कर रही हैं। इन ट्रालियों में भूसा इतना अधिक भरा होता है कि वह ट्राली की बॉडी से 5 फीट बाहर और सड़कों से करीब 1 फीट ऊपर तक लटका रहता है। इस कारण अन्य वाहनों को निकलने में दिक्कत होती है, जिससे जाम की स्थिति बन जाती है।  


खतरनाक स्थिति और जनजीवन पर असर

भूसे से भरी ट्रालियों की पन्नियां और बोरे फट जाने के कारण भूसा उड़कर सड़कों और लोगों पर गिरता है, जिससे वाहन चालकों को परेशानी होती है। यह स्थिति विशेष रूप से दुपहिया वाहन चालकों और राहगीरों के लिए खतरनाक है। इसके अलावा, ओवरलोड ट्रालियों के कारण सड़क किनारे खड़े वाहन और पैदल चलने वाले लोग भी दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं।  


कृषि कार्य की जगह परिवहन का धंधा

ट्रैक्टर-ट्रालियां कृषि कार्य के लिए होती हैं, लेकिन कुछ लोग इनका उपयोग माल ढोने के लिए कर रहे हैं। चूंकि इन वाहनों पर रोड टैक्स नहीं लगता, इसलिए यह मालवाहक वाहनों की तुलना में सस्ता विकल्प बन गया है। यही कारण है कि लोग इनका उपयोग बढ़ा रहे हैं, जिससे सड़कों पर अराजकता फैल रही है।  


जनता की मांग और प्रशासन की जिम्मेदारी

स्थानीय नागरिकों ने कलेक्टर अरविंद दुबे से इस मुद्दे पर कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि ओवरलोड ट्रालियों पर सख्त प्रतिबंध लगाकर इस समस्या को खत्म किया जाए। प्रशासन को चाहिए कि इन वाहनों पर नजर रखे और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करे।  



ओवरलोड भूसे से भरी ट्रालियों का बढ़ता उपयोग न केवल यातायात में बाधा डाल रहा है, बल्कि यह लोगों की जान के लिए भी खतरा बन रहा है। प्रशासन को इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए ताकि सड़क दुर्घटनाओं और जाम की समस्या को रोका जा सके।

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