सांस्कृतिक विविधता ही हमारी पहचान है: मुख्यमंत्री डॉ. यादव
योग, तप, साधना और समाज सेवा से जीवन जीने की सिख देती है हमारी संस्कृति
जन जागरूकता में महर्षियों की बड़ी भूमिका, महर्षि श्री बालीनाथ जी परम संत थे
मुख्यमंत्री उज्जैन में बैरवा जयंती कार्यक्रम में शामिल हुए
भोपाल/बालाघाट 31 दिसंबर 24:
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन में महर्षि श्री बालीनाथ जी बैरवा जयंती के अवसर पर कहा कि भारत विविध धर्मों, संस्कृतियों और भाषाओं का देश है, जहां सभी लोग शांति और सद्भाव से रहते हैं। हमारी सांस्कृतिक विविधता ही हमारी पहचान है, और यही हमें सही दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय संस्कृति योग, तप, साधना और सहनशीलता के माध्यम से जीवन का समग्र विकास सिखाती है। महर्षि श्री बालीनाथ जी बैरवा ने समाज की कुरीतियों और रूढ़ियों को समाप्त कर सभी को सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने महर्षि बालीनाथ जी की स्मृति में दूर-दूर से आए बैरवा समाज के लोगों का स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने श्री अखिल जूनवाल द्वारा लिखित पुस्तक भीम वंदना का विमोचन भी किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने बैरवा समाज की बाईक रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
राज्य स्तरीय पंचायत की घोषणा
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि अगले साल राज्य स्तरीय बैरवा समाज की पंचायत आयोजित की जाएगी, जिसमें देशभर से बैरवा समाज के लोग शामिल होंगे। इसके साथ ही उन्होंने सरकार द्वारा बैरवा समाज के उद्योगपतियों और व्यवसायियों को औद्योगिक विकास में शामिल करने की बात की ताकि समाज का सर्वांगीण विकास हो सके।
मिल मजदूरों को मिलेगा उनका हक
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने उज्जैन की विनोद मिल के मजदूरों का हक दिलवाया है और अब वह इंदौर की हुकुमचंद मिल और ग्वालियर की जेसी मिल्स के मजदूरों को भी उनका हक दिलवाने के प्रयास कर रही है।
गरीब, युवा, किसान और नारी कल्याण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार गरीब, युवा, किसान और महिलाओं के कल्याण के लिए मिशन मोड में काम कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं ताकि कोई भी वंचित न रहे