क्या है पूरा मामला?
सिवनी की पुरानी फल और सब्जी मंडी को वर्ष 2019 में कलेक्टर प्रवीण अडायच के शासनकाल में नई मंडी में स्थानांतरित किया गया था। नई मंडी में थोक सब्जी व्यापारियों को उत्तर दिशा में और थोक फल व्यापारियों को दक्षिण दिशा में स्थान दिया गया। इसी के तहत फरवरी 2024 में दक्षिण दिशा में थोक फल व्यापारियों के लिए एक नया टीन शेड बनाया गया था, जो मंडी बोर्ड भोपाल और कृषि उपज मंडी समिति द्वारा स्वीकृत था।
हालांकि, 18 नवंबर 2024 की रात को सतेन्द्र ठाकुर ने कथित रूप से इस टीन शेड पर कब्जा करवा दिया और वहां थोक सब्जी व्यापारियों को बैठा दिया। व्यापारियों का कहना है कि यह कदम पूरी तरह अवैध है और इससे मंडी के संचालन में अव्यवस्था फैल रही है।
सतेन्द्र ठाकुर पर गंभीर आरोप
सतेन्द्र ठाकुर पर मंडी के व्यापारियों ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं:
- अवैध कब्जा और मनमानी: व्यापारियों का कहना है कि सतेन्द्र ठाकुर ने नई मंडी में दक्षिण दिशा में फल व्यापारियों के लिए आरक्षित स्थान पर अवैध कब्जा कर लिया है।
- धार्मिक तनाव: ठाकुर पर यह भी आरोप है कि वह मंडी में धार्मिक आधार पर भड़काऊ बातें करता है, जिससे हिंदू और मुस्लिम व्यापारियों के बीच तनाव बढ़ता है।
- अवैध गतिविधियां: ठाकुर का नाम शराब माफिया से जोड़ा जा रहा है, और उसके खिलाफ सिवनी और छिंदवाड़ा जिलों के थानों में केस दर्ज हैं।
- किराए पर दुकानें देना: व्यापारियों ने यह भी आरोप लगाया है कि ठाकुर ने मंडी में अपनी दुकानें किराए पर दे रखी हैं, जो नियमों के खिलाफ है।
व्यापारियों की अपील
व्यापारियों ने ज्ञापन के माध्यम से जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, और अन्य उच्च अधिकारियों से मामले की जांच करने और सतेन्द्र ठाकुर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि मंडी में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए यह कदम जरूरी है।
ज्ञापन की प्रतियां अनुविभागीय दंडाधिकारी, कृषि उपज मंडी बोर्ड भोपाल, पुलिस अधीक्षक सिवनी, और अन्य संबंधित अधिकारियों को भेजी गई हैं।
व्यापारियों का बयान
व्यापारियों का कहना है कि सतेन्द्र ठाकुर की गतिविधियां मंडी के माहौल को खराब कर रही हैं। उनका दावा है कि वह व्यापारियों को उकसाकर विवाद बढ़ाने का काम करता है।
प्रशासन की जिम्मेदारी
मंडी के व्यापारी प्रशासन से यह अपील कर रहे हैं कि मंडी में नियम और कानून का पालन करवाया जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं। अब देखना यह है कि जिला प्रशासन इस विवाद को कैसे सुलझाता है और मंडी में शांति बहाल करता है।
सिवनी की थोक मंडी में इस विवाद ने व्यापारियों के बीच खलबली मचा दी है। प्रशासन के कदम अब इस विवाद का भविष्य तय करेंगे।