जिले में सड़कों और आवागमन को आधुनिक और सुगम बनाने की दिशा में शासन द्वारा किए गए प्रयास अब साकार होते दिख रहे हैं। इस वर्ष जिले में कई महत्वपूर्ण ओवर ब्रिज और पुल परियोजनाएं पूरी होने वाली हैं, जो आवागमन को गति देने के साथ-साथ जिले की सड़कों को एक नई पहचान देंगी।
नगर का पहला रेलवे अंडरपास इसी माह होगा प्रारंभ
शहरवासियों के लिए यह गर्व का क्षण होगा, जब सरेखा रेलवे अंडरपास इसी माह चालू हो जाएगा। एसडीएम गोपाल सोनी ने बताया कि इस परियोजना का लगभग पूरा कार्य हो चुका है। केवल लोहे के शेड का निर्माण और रिहर्सल जैसी औपचारिकताएं शेष हैं। रेलवे विभाग जल्द ही इसे आवागमन के लिए खोलने का निर्णय लेगा।
187.72 करोड़ की लागत से बन रहे 10 ओवर ब्रिज और पुल
जिले में वर्तमान में 10 ओवर ब्रिज और पुल निर्माणाधीन हैं, जिनकी कुल लंबाई 5279.08 मीटर है। इन पर कुल 187.72 करोड़ रुपये की लागत आ रही है।
- सरेखा आरओबी: 1 किमी लंबाई, लागत 34.15 करोड़ रुपये।
- गर्रा रोड आरओबी: 668.56 मीटर लंबाई, लागत 21.68 करोड़ रुपये।
शहर की सुंदरता और गति को बढ़ाएंगे आरओबी
शहर में निर्माणाधीन दो प्रमुख आरओबी परियोजनाएं आवागमन को आसान बनाने के साथ-साथ शहर की सुंदरता में भी योगदान देंगी।
- सरेखा आरओबी: 68% कार्य पूर्ण।
- गर्रा रोड आरओबी: 55% कार्य पूर्ण।
दोनों आरओबी की चौड़ाई 12 मीटर होगी, जो दुपहिया और चौपहिया वाहनों के आवागमन को सुगम बनाएगी।
अन्य प्रमुख परियोजनाओं का प्रगति विवरण
- कटंगी सेक्शन रेलवे ब्रिज: 1313.24 मीटर, लागत 34.96 करोड़ रुपये, कार्य प्रारंभ।
- डोंगरमाली-घोटी-धापेवाड़ा पुल: 600 मीटर, 40% कार्य पूर्ण।
- बुद्बुदाटोला जलमग्न पुल: 175 मीटर, 56% कार्य पूर्ण।
- झालीवाड़ा-मेहदुली चंदन नदी पुल: 250 मीटर, 70% कार्य पूर्ण।
- चारटोला-भंडारपुर मार्ग, बंजर नदी पुल: 125 मीटर, 25% कार्य पूर्ण।
- बालाघाट-मोक्षधाम जागपुर मार्ग, वेनगंगा नदी पुल: 32% कार्य पूर्ण।
शासन की प्रतिबद्धता
इन परियोजनाओं से न केवल आवागमन आसान होगा, बल्कि जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच कनेक्टिविटी भी मजबूत होगी। शासन का यह प्रयास जिले के विकास में एक नई ऊर्जा का संचार करेगा।
नोट: सभी परियोजनाओं को निर्धारित समयसीमा के भीतर पूर्ण करने के लिए प्रशासन और निर्माण एजेंसियां तत्परता से कार्य कर रही हैं